छौंक लगाना व्यंजनों और पकवानों को बनाने में प्रयोग की जाने वाली एक खास लेकिन लोकप्रिय विधि है. इसे तड़का लगाना और बघारना या वघारना भी कहते हैं.

आपको बता दें, व्यंजनों में एक मनमोहक फ्लेवर और अरोमा यानी सुगंध लाने की यह प्रक्रिया यह मुख्य रूप से एशिया, इसमें भी भारत, नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका में अधिक प्रचलित है.

 

छौंक लगाने की सामग्री

छौंक लगाने में जो सामग्री सभी जगह कॉमन है और वह है तेल और घी. दूसरी सामग्री होती है कच्चे और खड़े मसाले, लेकिन इसमें काफी विविधता है.

जहाँ तक खड़े मसालों की बात है, तो भारत और दक्षिण और पूर्व एशिया के देशों में सदियों से जीरा, करी पत्ता, सूखी लाल मिर्च, राई, सरसों, कलौंजी, हींग, प्याज, लहसुन, अजवायन, हरी मिर्च, तेजपत्ता, दालचीनी, सौंफ, तिल (काला और सफेद दोनों प्रकार के तिल), पंचफोड़न (Panch Phoran या Panch Phutan), इलायची, लौंग, काली मिर्च, मेथी और धनिया पत्ता आदि का इस्तेमाल होता आया है.

 

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छौंक कैसे लगाते हैं?

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छौंक लगाने की विधि प्रायः नमकीन व्यंजनों में अधिक प्रयोग में लाई जाती है.

किसी डिश के जायका को एनहैंस करने के लिए यानी बढ़ाने के लिए अक्सर छौंक को किसी व्यंजन की शुरुआत या फिर अंत में लगाया जाता है.

छौंक लगाने के लिए सबसे पहले घी या तेल को अच्छे से गर्म किया जाता है और फिर उसमें कच्चे और खड़े मसाले डाले जाते हैं. मसालों को जरूरत के मुताबिक हल्का-सा पकाया या भुना जाता है.

 

छौंक लगाने से क्या होता है?

प्राकृतिक रूप से सभी मसालों में एक विशेष सुगंधित तेल होता है. मसालों का यही तेल हमारे भोजन में स्वाद-विशेष को उभारता है.

छौंक बनाने के दौरान मसालों का सुगंधित तेल उनसे निकल कर तेल या घी में घुलमिल जाता है. और, जब वह मसालायुक्त तेल या घी व्यंजनों में मिश्रित होता है, वह भोजन को एक खास स्वाद देता है.

 

छौंक लगाने के फायदे

छौंक लगे हुए भोजन की खुशबू हमारे मस्तिष्क के उस हिस्से को जागृत करती है, जो भूख को बढ़ाता है. यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध किया जा चुका है कि भोजन की खुशबू भूख को जगाती है.

दूसरा सबसे बड़ा लाभ यह है कि मसाले हमारे शरीर की इम्यूनिटी यानी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity) को मजबूत बनाते है. छौंक लगाने के दौरान मसालों से निकले तेल में उस मसाला विशेष के मिनरल्स यानी खनिज तत्व (Minerals) हमारे शरीर में आसानी से पहुँच जाते हैं.

तीसरा फायदा यह है कि छौंक लगाने से सब्जी और व्यंजन विशेष की गंध छौंक के मसालों की वजह से मनभावन सुगंध में बदल जाती है. इससे खाने जायका और भी बढ़ जाता है.

 

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छौंक लगाना को English में क्या कहते हैं?

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भारत में हजारों सालों से छौंक लगा कर व्यंजन को सुस्वादु बनाने की परंपरा चली आ रही है.

आपको जानकार हैरत होगी कि छौंक के लिए अंग्रेजी (English) में कोई सटीक शब्द (Word) नहीं हैं. कॉन्डिमेंट (Condiment), सीजनिंग (Seasoning), मुलिंग (Mulling), स्पलैश (Splash) या स्पलैशिंग (Splashing), फ्लेवरिंग (Flavouring), टेम्परिंग (Tempering) आदि कई शब्द इसके लिए इस्तेमाल होता है.

लेकिन, ये सभी शब्द (Words) छौंक या तड़का लगाने की प्रक्रिया को सही से परिभाषित (Define) नहीं करते हैं. छौंक या तड़का लगाना को अंग्रेजी में क्या कहते हैं, यदि आपको सही और उपयुक्त (Accurate) शब्द पता हो, प्लीज हमें भी कमेन्ट में जरुर बताएँ.

 

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