usna-chawal-kaise-banta-hai

धान को छिलका सहित (भूसे के भीतर) लगभग आधा पकाने के बाद उसे धूप में सुखा लिया जाता है. फिर उसे कूट कर चावल निकाला जाता है, जिसे ‘उसना चावल’ कहते हैं.